Wednesday, May 11, 2011
गीत
हे परोपकारी भगवन
तू रीते घट भर दे
सूखे ताल तलैया भर दे
पथिको को छैया दे
हे परोपकारी ईश्वर....
सावन को हरियाली दे दे
भादो को रिमझीम दे
पर्वतों को खोये जंगल दे
उजड़ो को बसेरे दे
हे परोपकारी भगवन...
पंछी को अमराईया दे दे
गैया के थन भर दे
रातदिन हेण्डपम्प की
खट पट कम कर दे
हे परोपकारी ईश्वर...
भैया को चबेना को दे दे
तू मैया को घर दे
तिनका तिनका लौटा दे
तू सब पीड़ा हर ले
हे परापकारी भगवन....
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1 comment:
नमस्ते विमला जी,
मैं शिल्पा भटनागर हूँ , अहमदाबाद में कपिला दीदी की बिल्डिंग के पांचवे मेल पे जो आपकी फ्रेंड है सुमन भटनागर उनकी छोटी बेटी ,
हम मिल चुके हैं , आपका ब्लॉग पढ़ा काफी अच्छा लगा , में चाहती हूँ की समय मिलने पर कृप्या आप भी मेरा ब्लॉग देखें और मेरी कविताओं पर टिपण्णी करे
धन्यवाद.
http://mypoetrycollection.wordpress.com
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